छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के चार संभागों – रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा में 83 नए चिकित्सा अधिकारियों की संविदा आधार पर नियुक्ति की है। यह पहल स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशों पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत की गई है। इस कदम से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
संभागवार चिकित्सा अधिकारियों का विवरण
संभाग का नाम | नियुक्त डॉक्टरों की संख्या | चिकित्सा केंद्रों की संख्या | प्रमुख चिकित्सक |
रायपुर | 31 | 15 | डॉ. शुभम विश्वकर्मा, डॉ. स्मृति इंगोले |
दुर्ग | 27 | 12 | डॉ. कृति ठाकुर, डॉ. शशांक बारले |
बिलासपुर | 22 | 10 | डॉ. सोनाली प्रकाश, डॉ. विवेक पटेल |
सरगुजा | 3 | 2 | डॉ. भोजमनियां, डॉ. प्रेमा कुजूर |
ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर ध्यान
अधिकांश चिकित्सा अधिकारी ऐसे क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं जहां चिकित्सा सुविधाओं का अभाव था।
- संविदा नियुक्ति की प्रक्रिया
नियुक्ति एमबीबीएस और एमडी/एमएस योग्यता वाले चिकित्सकों को संविदा आधार पर की गई है। - स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
यह पहल छोटे अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सशक्त बनाने में सहायक होगी।
संभागवार वितरण का विश्लेषण (तालिका प्रारूप)
संभाग का नाम | कुल नियुक्तियां | प्रमुख चिकित्सक |
रायपुर संभाग | 31 | – डॉ. शुभम विश्वकर्मा- डॉ. साहिल कुमार- डॉ. देवांग शाह |
दुर्ग संभाग | 27 | – डॉ. कृति ठाकुर- डॉ. सुदीप्ता पाल- डॉ. नवेद मालिक |
बिलासपुर संभाग | 22 | – डॉ. सोनाली प्रकाश- डॉ. प्रफुल्लता कंवर- डॉ. विवेक पटेल |
सरगुजा संभाग | 3 | – डॉ. भोजमनियां- डॉ. प्रेमा कुजूर- डॉ. अभिषेक नामदेव |
इस तालिका से स्पष्ट होता है कि रायपुर और दुर्ग संभाग को अधिकतम चिकित्सा अधिकारी प्राप्त हुए हैं, जबकि सरगुजा संभाग में नियुक्तियों की संख्या सबसे कम है।
संविदा नियुक्ति के लाभ
लाभ | विवरण |
ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं | छोटे और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की नियुक्ति से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं। |
समय पर चिकित्सा सहायता | छोटी-मोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं। |
स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता | संविदा नियुक्ति प्रक्रिया के तहत योग्य चिकित्सकों का चयन। |
लोगों का विश्वास बढ़ाना | स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच से मरीजों का विश्वास बहाल होगा। |
चिकित्सा सेवाओं में नए सुधार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की भूमिका
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत यह पहल राज्य के हर क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं को समान रूप से प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए इस नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ के चार संभागों में 83 चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत होगा। संविदा नियुक्ति की यह प्रक्रिया भविष्य में अन्य सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता के लिए एक उदाहरण बन सकती है।
FAQs
इस नियुक्ति में कितने डॉक्टर शामिल हैं?
कुल 83 डॉक्टर विभिन्न संभागों में नियुक्त किए गए हैं।
चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति किन क्षेत्रों में हुई है?
रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, और सरगुजा संभाग में।
क्या यह नियुक्तियां स्थायी हैं?
नहीं, यह संविदा आधार पर की गई हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की क्या भूमिका है?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने नियुक्ति प्रक्रिया का प्रबंधन किया और आदेश जारी किए।
इस पहल से जनता को क्या लाभ होगा?
ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध होगी।